1. गामा कैमरा PET की गुणवत्ता काफी कम है, और अधिग्रहण धीमा है.2. इनसे होने वाले विकिरण को गामा कैमरा द्वारा ग्रहण कर सटीक जांच सम्भव हो जाता है। 3. सफदरजंग अस्पताल में जल्द ही गामा कैमरा मशीन की सुविधा मिलेगी, वह भी बिल्कुल मुफ्त। 4. इनसे होने वाले विकिरण को गामा कैमरा द्वारा ग्रहण कर सटीक जांच सम्भव हो जाता है। 5. हालांकि, यह संभव है कि संयोग डिटेक्टर के साथ परम्परागत दोहरे सिर वाले गामा कैमरा के इस्तेमाल से 6. गामा कैमरा -कब से-चार साल से-काम-शरीर के किसी भी हिस्से की संपूर्ण जांच की जाती है7. हालांकि, यह संभव है कि संयोग डिटेक्टर के साथ परम्परागत दोहरे सिर वाले गामा कैमरा के इस्तेमाल से PET छवियां प्राप्त किया जा सकता है. 8. हार्ट में ब्लड के साथ पहुंचा रेडियोएक्टिव पदार्थ विकिरण (वेव) उत्सर्जित करेगा, जिन्हें गामा कैमरा रिसीव कर परस्यूएशन मशीन को ट्रांसफर करेगा। 9. प्रिंसिपल इमेजिंग डिवाइस गामा कैमरा है जो शरीर में ट्रेसर द्वारा उत्सर्जित विकिरण का पता लगाता है और यह एक छवि के रूप में प्रदर्शित करता है. 10. गामा कैमरा मशीन की सहायता से शुरू में ही ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों की पहचान संभव है, जिसके बाद डॉक्टर उसके इलाज के बारे में निर्णय ले सकेंगे।